आरएमएस टाइटैनिक एक ब्रिटिश यात्री लाइनर था जो दक्षिण अटलांटिक महासागर में 15 अप्रैल 1 9 12 के शुरुआती घंटों में साउथम्प्टन से न्यू यॉर्क शहर की अपनी पहली यात्रा के दौरान एक बहुत बड़े आइसबर्ग से टकराने के बाद डूब गया था।टाइटैनिक पर उस समय पैसेंजर्स और जहाज के क्रू को मिलाकर लगभग २२२४ लोग मौजूद थे,उसमेसे लगभग १५०० से भी ज्यादा लोग डूबने की वजह से मारे गए थे,और इस घटना को आज तक के हुई समुद्री दुर्घटना में सबसे खतरनाक माना जाता है.
क्या आप जानते है,१८९८ यानि की टाइटैनिक डूबने के लगभग १४ साल पहले मॉर्गन रॉबर्ट्सन नाम के एक ऑथर ने अनसिंकेबल नाम की किताब लिखी थी,जिसमे लिखा था की एक जहाज आइसबर्ग को टकराने की वजह से दुब जाता है,और उस जहाज का भी नाम टाइटन ही था.
इसी वजह से कुछ लोगो का ऐसा मानना है की,टाइटैनिक कभी डूबा ही नहीं,बल्कि ये एक इन्शुरन्स के पैसे हड़पने के लिए की गयी साजिस है.
,नार्थ कोरिया का फाउंडर किम इल संग का जन्म उसी दिन हुआ था,जिस दिन टाइटैनिक डूबा था.
टाइटैनिक आज तक का इकलौता ऐसा जहाज है,जो की किसी आइसबर्ग से टकराने ने दुब गया है.
आइसबर्ग को टकराने के बाद जहाज को डूबने में लगभग 2 घंटे और 40 मिनट का समय लगा था.
टाइटैनिक पर के लगभग १५०० से भी ज्यादा लोगो की मौत हुई थी,पर उसमेसे सिर्फ 333 लोगो की लाशे ही मिल पायी थी.
टाइटैनिक डूबने के सिर्फ 29 दिनों बाद ही टाइटैनिक दुर्घटना के ऊपर आधारित सेव्ड फ्रॉम थे टाइटैनिक नाम की एक साइलेंट फिल्म बनाई गयी थी ,और इस फिल्म में उसी actress ने काम किया है,जो की उस दुर्घटना के समय असली टाइटैनिक के ऊपर सफर कर रही थी ,पर उस दुर्घटना से बच गयी थी .
टाइटैनिक को डूबने से बचाया जा सकता था,क्योकि आइसबर्ग दिखाई देते हुई भी,इस जहाज के कप्तान ने जलमार्ग बदलने का इशारा ३० सेकेंड देरी से दिया था.
टाइटैनिक पर के लगभग ५३ प्रतिशद लोग लाइफबोट की सहायता से बच सकते थे,पर सिर्फ ३१ प्रतिशद लोग ही बचने में सफल हुई,क्योकि लाइफबोट लोड करते समय लेडीज एंड चिल्डर्न फर्स्ट इस प्रोटोकॉल का इस्तेमाल करने की वजह से कुछ लाइफबोट अपनी पूरी क्षमता से नहीं भरी थी,इस वजह से टाइटैनिक दुर्घटना में डूबने वाले ज्यादातर पुरुष ही थे.
टाइटैनिक पर उस समय दुनिया भर के सबसे आमिर लोग यात्रा कर रहे थे,जिसमे से बहुत से लोग ब्रिटेन और आयरलैंड को छोड़कर अमेरिका में बसने के इरादे से न्यू यॉर्क जा रहे थे.और एक dozen से भी ज्यादा कपल्स अपना हनीमून मना ने के लिए इस जहाज पर आये थे. १९१२ में टाइटैनिक पर के सबसे मेहेंगे फर्स्ट क्लास सूट का टिकट ८७० पौंड का था,यानि की आज के लगभग ६८ लाख रूपए.
एक जेपनीस यात्री जो की टाइटैनिक दुर्घटना से बच गया था,उसे जापान के लोग कायर और डरपोक कहकर बुलाते है,क्योकि वो जापान का इकलौता ऐसा शख्स था,जो की बाकि लोगो के साथ न डूबते हए बच गया था.
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